टीम ज्ञानवाणी परम पूज्य सराकोद्धारक आचार्य श्री 108 ज्ञानसागर जी महाराज के आशीर्वाद व मार्गदर्शन में काम करती है। यह टीम धर्म प्रभावना, जैन युवाओं को धर्म से जोड़ने तथा उनको प्रोफेशनल करियर में आगे बढ़ने में मदद करने के लिए कार्यरत है।
इस टीम में कार्यकर्ता के रूप में अखिल भारतीय जैन प्रतिभा सम्मान समारोह के माध्यम से सम्मानित छात्र, छात्राएं जो आज विभिन्न ऊंचाइयों पर पहुंच चुके हैं तथा धर्म प्रभावना के कईं समर्पित कार्यकर्ता कार्यरत हैं।
टीम ज्ञानवाणी आचार्य श्री की मंगल वाणी को प्रवचन रूप में, जैन धर्म की विभिन्न जानकारी स्वाध्याय रूप में, तीर्थंकर भगवान के कल्याणक आदि की जानकारी और आचार्य श्री के मार्गदर्शन में होने वाले विभिन्न अधिवेशन व कॉन्फ्रेंस की जानकारी युवाओं व अन्य जैन साधर्मी बंधुओं तक WhatsApp नेटवर्क, Facebook, वेबसाइट और ज्ञानसागर जी ऐप के माध्यम से पहुंचाती है।
प्रतिभा सम्मान समारोह, अधिवेशन व वेबसाइट मार्गदर्शन का उद्देश्य:
- बच्चे और युवा पीढ़ी में नई चेतना जागृत हो
- छात्र-छात्राएं अनुकूल परिस्थितियां न मिलने पर भी अच्छे प्रतिशत ला सकें
- शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार
- बच्चों में संस्कार खान-पान, रहन-सहन, आचार-विचार, रीति- रिवाज से संबंधित और धर्म के प्रति जागरूकता हो
- सभी जैन पंथ व क्षेत्र, राज्य, धर्मसंस्था का, हर ग्रेड स्कूल का छात्र इस प्रतिभा सम्मान के माध्यम से जुड़े और एकता और संगठन लाया जा सके
- युवाओं में बढ़ती विलासिता, अश्लीलता, उच्छृंखलता पर नियंत्रण लाया जा सके
- विभिन्न स्थानों के समाज का परस्पर परिचय हो, सीनियर व जूनियर छात्र/प्रोफेशनल में परिचय
- बड़े पदों पर जो लोग हैं उनसे नीचे तबके को मार्गदर्शन मिले
- हर व्यक्ति सफलता की इच्छित ऊँचाई को प्राप्त कर सकें
- युवा समाज के भविष्य हैं बड़े पदों पर जाएंगे तो संपन्नता, समृद्धि होगी; वैचारिक स्तर बढ़ेगा; धर्म आयतन का संरक्षण; गरीब तबके का विकास; आध्यात्मिक विकास; श्रमण संस्कृति का संरक्षण आदि
- राजनीतिक क्षेत्र में भी समाज आगे बढ़े, इसके बिना धर्मायतन, व्यापार, स्वयं व बह-ू बेटियों की सुरक्षा नहीं कर पाएंगे
- व्यक्ति गुरु सानिध्य पाकर चर्या देखने के बाद जैन संस्कृति से परिचित होता है तो धर्म से जुड़ेगा। पथभ्रष्ट नहीं होगा।
- समाज का बहुमुखी विकास हो छात्र-छात्रा का विकास हो