अच्छी बुरी तकदीर बनाना स्वयं के हाथ में है
दिनांक 27 4 2018 श्री दिगंबर जैन क्षेत्रपाल मंदिर ललितपुर में धर्म सभा को संबोधित करते हुए आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराजने अपनी मंगल वाणी द्वारा कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी तकदीर स्वयं ही लिखता है। अच्छे कर्म करने वाले अच्छी तकदीर लिखते हैं और बुरे कर्म करने वाले बुरी तकदीर लिखते हैं। आप अगर चाहते हो आप की तस्वीर अच्छी हो तो आपको सत्कर्म करने होंगे।
कहा भी है
जो बोयेगा वही पायेगा तेरा किया आगे आएगा जैसी करनी वैसी भरनी
इसी के साथ आचार्य श्री ने एक इंजीनियर की जिज्ञासा का समाधान देते हुए कहा कि बुद्धिजीवी वर्ग के कार्यक्रम समाज के बीच में जब होते हैं तब आपस में जहां जज वकीलों का परिचय होता है। वहीं पर आपस में छोटे-बड़े वकीलों का परिचय भी होता है। साथ ही में एक दूसरे के अनुभव भी ज्ञात होते हैं। समाज को भी जानकारी होती है कि हमारे बीच इतने वकील हैं। अनेक स्थानों पर एडवोकेट, c a, इंजीनियर, डॉक्टर आदि के कार्यक्रमों से अनेक उपलब्धियां हुई हैं। इन कार्यक्रमों से तत्काल भले ही लाभ ना देखें पर इनके दूरगामी प्रभाव बहुत अच्छे पढ़ते हैं उन सभी को प्रभु और गुरुओं के पास जाने की प्रेरणा देते हैं।
सभी माताओं को प्रेरणा दी की कभी भी अपने बच्चों को टोक ना करें अगर उनके नंबर कम मिलते हैं तो उन्हें डांटे नहीं अन्यथा वह बच्चे निराश होकर अन्यथा कदम उठा सकता है। बच्चे बाहर पढ़ने चले जाते हैं उनको कोई दिशाबोध देने वाला तो रहते नहीं अगर कोई समस्या आती है तो वह तनाव ग्रसित होकर जीवन से विदा होने का भाव ले आते हैं। ऐसे बच्चों से मेरा कहना है कि कभी भी कैसी भी परिस्थिति आए आत्महत्या नहीं करना। कभी भी कोई बात मात-पिता से नहीं छुपाना। कहीं भी रहे मां पिता के प्रति अपने कर्तव्य का पालन करें। उन्हें सम्मान दें तभी आप मानवता से महानता प्राप्त कर सकते हैं।