अपने अंदर इंसानियत की रोशनी जलाओ
दि 12-09-2018 हरी पर्वत आगरा में स्थित श्री शांतिनाथ मन्दिर के शांतिसागर सभागार में धर्मसभा को संबोधित करते हुए आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज ने अपनी पीयूष वाणी द्वारा कहा कि जीवन में जब तक इंसानियत नहीं होगी, तब तक वह नेक इंसान नहीं कहलाता। इंसानियत के द्वार से ही व्यक्ति परमात्मा के नजदीक पहुँच सकता है।
इंसानियत व्यक्ति को प्रमाणिक, ईमानदारी का जीवन जीना सिखाती है। ऐसा व्यवहार दूसरों के साथ मत करो जो तुम्हें अपने लिए पसन्द न हो। घरों को स्वर्ग बनाने में इस सूत्र का बड़ा महत्व है।
इसी के साथ चारित्र चक्रवर्ती आचार्य शांतिसागर जी महाराज को याद करते हुए आचार्य श्री ने कहा जिस समय उनका जन्म हुआ उस समय कोई भी दिगम्बर साधु इस धरा पर नहीं थे। अति अल्पवय में ही संसार शरीर भोगों से उदासीन हो दिगम्बर मुद्रा धारण कर मोक्षमार्ग की ओर कदम बढ़ा दिए।
आज जितने भी साधु हैं उनके पदचिन्हों पर साधनारत हैं। उनकी पुण्यतिथि पर हम सभी यही भावना भायें कि भगवान का नाम लेते हुए हम भी इस संसार से विदा हों।
साथ ही रोटतीज व्रत की कथा बताई। प्रवचन से पूर्व धर्मसभा का शुभरम्भ मंगलाचरण से हुआ। पश्चात दीप प्रज्वलन, चित्र अनावरण और पाद प्रक्षालन श्रद्धालुओं ने किया।