अलवर जिला स्तरीय शाकाहार प्रतियोगिता
दिनांक 06/11/19 अतिशय क्षेत्र देहरा तिजारा की पावन धरा पर आज आचार्य श्री ज्ञान सागर जी महाराज के सानिध्य में शाकाहार प्रतियोगिता का समापन हुआ। प्रथम दिन 14 ब्लॉक्स से जीतकर आए 263 विजेता प्रतिभागियों ने भाषण, निबन्ध और चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लिया जिसमें से कुल 18 प्रतिभागी जिला स्तर पर चयनित हुए। ब्लॉक लेवल के सभी 263 प्रतिभागियों का सम्मान क्षेत्र कमेटी की ओर से किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिला प्रमुख रेखा राजू यादेव सम्मलित हुई।
आज प्रतियोगिता के समापन अवसर पर अतिथियों में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अनिल कौशिक, सहायक शिक्षा निदेशक कृष्ण धवारिया, चाणक्य लाल शर्मा (समसा अधिकारी), हरीश गुप्ता( सी बी ई ओ) रहे। जिनका सम्मान क्षेत्र कमेटी के द्वारा किया गया।
तदनन्तर आचार्य श्री ने अपनी पीयूष वाणी द्वारा कहा कि हमारे देश की गौरवशाली संस्कृति है इसकी जड़ें इतनी गहरी है कि कोई भी इसकी जड़ उखाड़ नही सकता। वह जड़ दया, करुणा, प्रेम, वात्सल्य की है। इस देश को महात्मा गांधी ने सत्य अहिंसा के बल पर स्वतन्त्र कराया था। संडे हो या मण्डे, कभी न खाना अंडे। अंडे शाकाहार है, यह एक व्यापारिक चाल है। तन मन करता कौन खराब, अंडा मछली और शराब।
जैसे आप सभी को प्राण प्यारे है, वैसे ही सभी को अपने अपने प्राण प्यारे है।आप सभी अपने अंदर दया करुणा प्रेम की ज्योति जलाये तो अवश्य ही बेकसूर प्राणियों के ऊपर किये जा रहे अत्याचार बंद हो सकते है।
आप सभी अभी देख रहे है कनिष्ठ वर्ग के छात्र छात्रायें उत्साह, बड़े जोश के साथ वह अपना भाषण प्रस्तुत कर रहे थे, ऐसा लग रहा था जैसे कोई महापुरुष अपनी बात रख रहा हो। वैसे तो इनमे प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान निकालना बड़ा मुश्किल कार्य है; क्योंकि सभी बच्चों ने इतनी अच्छी प्रस्तुति दी है। पर प्रतियोगिता है तो वर्ग भी देने होंगे जो हमारे निर्णयाक मंडल का कार्य है। इस प्रतियोगिता को मूर्त रूप देने का कार्य किया हमारे जिला शिक्षा अधिकारी श्री अनिल जी कौशिक ने जिन्होंने तुरन्त अलवर जिले स्तरीय शाकाहार प्रतियोगिता का आदेश जारी किया। इस प्रतियोगिता में लगभग 1700 ग्रामों के 4800 स्कूलों के छात्रों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में शिक्षको ने, शासन प्रशासन ने तथा क्षेत्र कमेटी ने भरपूर मेहनत की तभी यह प्रतियोगिता सफल हुई है। आप सभी छात्रों में से ही कोई भगत सिंह बनेगा, कोई सुभाषचंद्र बोस बनेगा, कोई महात्मा गांधी। अगर इस प्रतियोगिता से एक भी छात्र राम बन गया तो सोच लेना कि यह प्रतियोगिता अवश्य ही प्रकाश प्रदान करेगी। आगे इसी तरह भारतीय संस्कृति के संवर्धन में आप सभी की रूचि रहे यही भावना है।
श्री ओमप्रकाश गुप्ता ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सितम्बर से चल रही यह प्रतियोगिता का आज समापन है। अलवर जिले के गांवों में यह प्रतियोगिता बड़े उत्साह से आयोजित की गई। आप अभी सुन रहे थे उन छात्र छात्राओं से कितना दर्द, कितनी संवेदना थी उनके अंदर। सन 1998 में जब आचार्य श्री का वर्षा योग हुआ तब यह प्रतियोगिता हुई थी तब के अनुभव व सभी के सहयोग से यह प्रायियोगिता सफल हुई है।
श्री देशपल जी ने इस अवसर पर कहा कि सभी के सहयोग से ही यह प्रतियोगिता रंग लाई है। आप सभी छात्रों ने जितनी रुचि से अपने भाषण की प्रस्तुति की उसी उत्साह के साथ आगे भी अहिंसा, दया, करुणा के प्रति समर्पित रहना। मुख्य अतिथि श्री अनिल जी कौशिक ने कहा कि इस प्रतियोगिता की प्रेरणा स्रोत आचार्य श्री ज्ञान सागर जी महराज को नमन करता हूँ। ,जिला प्रतियोगिता यू तो समय समय पर अनेक बार होती है, चाहे वह क्रीड़ा प्रतियोगिता हो या खेल कूद प्रतियोगिता या अन्य कोई; पर शाकाहार की यह प्रतोयोगिता बहुत बड़े स्तर से हुई है जिसके बहुत अच्छे दूरगामी परिणाम रहेंगे। क्षेत्र कमेटी हर साल इसी तरह के कार्यक्रम करवाये यही भावना है। इससे हमारे छात्र छात्राये रचनात्मक कार्य की तरफ कदम बढ़ाएंगे। आज अवसाद की स्थिति में व्यक्ति कोई न कोई गलत कदम उठा लेता है जिससे व्यक्ति व्यसनों की ओर अपना कदम बढ़ा लेता है। अवसाद की स्थिति में आप सभी व्यस्त रहें, स्वस्थ रहें, मस्त रहें।
4800 स्कूलों के लगभग लाख छात्र छात्राओं ने इस प्रतियोगिता में भाग लेकर एक इतिहास बनाया है। तदनंतर अलवर जिला स्तरीय शाकाहार प्रतियोगिता 2019 में कनिष्ठ वर्ग व वरिष्ठ वर्ग में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वालो छात्रों का सम्मान नगद राशि, प्रशस्ति पत्र व प्रतीक चिन्ह देकर किया गया जो कुल 18 छात्र थे।
रिया कनिष्ठ वर्ग की बालिका ने पुरुस्कार प्राप्त करने के बाद निम्न पंक्तिया प्रस्तुत की
पंचम काल विभाग्य पर, मन ही मन इतराता है,
वृहद हिमालय गोद में, पा हर्षित हो जाता है
चट्टानों पर पांव रखे तो, पुष्प वहां खिल जाते हैं
मरुस्थल में विहार करे तो मिरकंठ मिल जाते हैं
चरण धूली जिनकी पाने को अम्बर तक झुक जाता है
सिद्ध शिला पर बैठे प्रभु से जिनका सीधा नाता है
वर्तमान के वर्धमान की छवि, मैं जिनमें पाती हूँ
ऐसे गुरुवर ज्ञानसागर को अपना शीश झुकाती हूँ।
अंत में क्षेत्र कमेटी के सचिव अंकुश जैन ने इस प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए सभी का आभार प्रकट किया और कहा कि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जिसने भी इस प्रतियोगिता को सफल बनाने में अपना अतुल्य सहयोग दिया है उन सभी का मैं क्षेत्र कमेटी की ओर से हार्दिक आभार और धन्यवाद प्रकट करता हूँ। मेरे द्वारा इस प्रतियोगिता के दौरान किसी को भी कोई कष्ट व्यवस्थाओं को लेकर या किसी भी कार्य में मेरे मुख द्वारा कोई कठोर शब्द निकले हो तो उसके लिए मैं ह्रदय से क्षमा प्रार्थी हूँ। आप सभी के सहयोग से ही यह प्रतियोगिता, सफलतम प्रतियोगिता में दर्ज हुई है उसी का एक रूप शाकाहार रैली के रूप में पूरा अलवर जिला देख चुका है। इसके लिए पुनः सभी का हार्दिक आभार।
आज के कार्यक्रम में नरोत्तम सोनी, डॉ विजय लक्ष्मी, राजेश गुप्ता, कमलेश बसंत, इंद्रेश, प्रेमसागर, विजय जैन, अशोक आहूजा(अध्यक्ष पुरुषार्थी समाज अलवर), लक्ष्मीनारायण गुप्ता(महावर समाज), सुनीता सोनी(आदिनाथ शिक्षण संस्थान अलवर) निखिल जैन, मनीष जैन, नीनू जैन, उमंग जैन, अजय शर्मा आदि काफी संख्या में अलवर जिले के लोग मौजूद थे।
टीम ज्ञानवाणी के Whatsapp नेटवर्क से जुड़ने के लिए 9536835835 को save करें तथा जय जिनेन्द्र भेजें।