“आचार्य शांति सागर “छाणी” स्मृति ग्रंथमाला”

 

परम पूज्य प्रातः स्मर्णीय ,अभीक्षण ज्ञानोपयोगी , तपोनिधि आचार्य श्री 108 ज्ञानसागरजी महाराज की श्रेष्ठ साहित्य के प्रचार – प्रसार तथा उपलब्ध मूल ग्रंथो के पुन: प्रकाशन तथा उनको विद्वानों को उपलब्ध करने के प्रति उत्सुकता सर्व विदित है।

इसी कड़ी में 1989 के बुढाना प्रवास में आचार्य ज्ञानसागर जी महाराज की प्रेरणा एवं सानिध्य में आचार्य शांति सागर “छाणी” स्मृति ग्रन्थमाला की स्थापना का महावीर प्रसाद जैन की अध्यक्षता में संयोग बना , ये आचार्यश्री की प्रथम संस्था है , जिसका उद्देश्य क्षतिग्रस्त एवं दुर्लभ ग्रन्थों का प्रकाशन , संपादन एव संकलन करके उन्हें पुनर्जीवित रखना है।

इस संस्था द्वारा समय – समय पर आचार्यश्री द्वारा निर्देशित दुर्लभ ग्रंथों का “श्रुत संवर्धन संस्थान (मेरठ)” के माध्यम से द्विशतिक ग्रंथो का प्रकाशन किया जा चुका है , जिनकी ख्याति भारत में ही नही विदेशों में भी है।
वर्तमान में विनोद कुमार जैन अध्यक्ष के पद पर सुशोभित है तथा नरेंद्र कुमार जैन महासचिव का उत्तरदायित्व निभा रहे है ।

संपर्क सूत्र :- विनोद जैन:- 9639237003  /  नरेंद्र कुमार जैन:- 941103092